ये 5 जड़ी-बूटियां जो आपके दिल को स्वस्थ रखने में और कोलेस्ट्रॉल घटाने सहायक हैं
दिल हमारे शरीर का सबसे महत्वपूर्ण अंग है। इसकी सेहत हमारे खान-पान और जीवनशैली पर निर्भर करती है। बढ़ता कोलेस्ट्रॉल और उच्च ब्लड प्रेशर दिल के स्वास्थ्य पर अधिक असर डालते हैं। आयुर्वेद के अनुसार, साबुत अनाज, हरी सब्जियाँ, फल, और दालें दिल को स्वस्थ बनाए रखने में मदद करते हैं। कई जड़ी-बूटियाँ भी हैं जो दिल को सहायता प्रदान करती हैं और दिल के रोगों का खतरा कम करती हैं। इस लेख में, हम आपको ऐसे 5 जड़ी-बूटियों के बारे में बता रहे हैं जो दिल के लिए फायदेमंद हो सकते हैं:
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1- त्रिफला
त्रिफला, जिसे आंवला, हरड़, और बहेड़ा का मिश्रण भी कहा जाता है, एक प्रसिद्ध आयुर्वेदिक औषधि है। इसका इस्तेमाल पेट से जुड़े रोगों और कफ संबंधित समस्याओं के इलाज में किया जाता है। आयुर्वेदिक विशेषज्ञों के अनुसार, त्रिफला दिल के लिए बहुत फायदेमंद है। यह शरीर में कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करता है और लंबे समय तक दिल को स्वस्थ बनाए रखता है।
त्रिफला का सेवन कैसे करें:
- त्रिफला पाउडर: त्रिफला पाउडर को गर्म पानी के साथ लेना सबसे आसान तरीका है। आप एक से दो चम्मच त्रिफला पाउडर को गर्म पानी में मिलाकर पिएं। अगर पानी के साथ कड़वाहट महसूस होती है, तो आप इसे शहद या दूध के साथ मिलाकर पी सकते हैं।
- त्रिफला कैप्सूल या टैबलेट: त्रिफला कैप्सूल या टैबलेट के रूप में भी उपलब्ध होते हैं। आप इन्हें पानी के साथ ले सकते हैं।
- त्रिफला जूस: आज के समय में कई आयुर्वेदिक कंपनियां त्रिफला का जूस भी बना रही हैं। यदि आप जूस के रूप में त्रिफला का सेवन करना चाहते हैं, तो सुबह खाना खाने से पहले यह जूस पी सकते हैं।
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2- अर्जुन की छाल
आयुर्वेदिक चिकित्सा में अर्जुन की छाल का उपयोग बहुत पुराने समय से किया जाता है। आयुर्वेदिक विशेषज्ञों के मुताबिक, अर्जुन की छाल में हृदय के लिए उपयोगी गुण होते हैं, जो हृदय की मांसपेशियों को मजबूत बनाते हैं। यह ब्लड प्रेशर को भी नियंत्रित करने में मददगार होती है।
अर्जुन की छाल का सेवन कैसे करें:
- अर्जुन चूर्ण: अर्जुन की छाल को सुखाकर और पीसकर चूर्ण या पाउडर बना लें और इसे पानी के साथ लें। आप इस चूर्ण की 1-2 ग्राम मात्रा को शहद के साथ भी ले सकते हैं।
- अर्जुन क्षीरपाक: अर्जुन की छाल को पानी और दूध में उबालकर चाय की तरह बना लें। उबालने के लिए एक कप पानी में आधा कप दूध डालें और एक चम्मच अर्जुन की छाल डालकर उबालें। उबालने के बाद इसे ठंडा करके पीने के लिए तैयार करें।
- अर्जुन टैबलेट या कैप्सूल: आजकल बाजार में अर्जुन की छाल के सप्लीमेंट्स भी उपलब्ध हैं, जो टैबलेट या कैप्सूल फॉर्म में होते हैं। आयुर्वेदिक चिकित्सक की सलाह के बाद आप इन सप्लीमेंट्स का सेवन कर सकते हैं।
3- हरड़
हरड़ त्रिफला चूर्ण का एक हिस्सा है जो कि औषधीय गुणों से भरपूर है और दिल की सेहत के लिए उपयोगी है। जो लोग बढ़ते कोलेस्ट्रॉल से परेशान हैं, उन्हें हरड़ का सेवन करना चाहिए, क्योंकि इससे कोलेस्ट्रॉल लेवल कम होता है और ब्लड प्रेशर कंट्रोल में रहता है।
हरड़ के सेवन का तरीका:
- हरड़ का चूर्ण: हरड़ को चूर्ण या पाउडर के रूप में सकते हैं। बाजार में हरड़ चूर्ण आसानी से उपलब्ध होते हैं। हरड़ चूर्ण को गर्म पानी के साथ लेना चाहिए। इससे पाचन में सुधार होता है और अपच की समस्या से राहत मिलती है।
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4- अश्वगंधा
अश्वगंधा आमतौर पर लोगों द्वारा स्टेमिना बढ़ाने और स्ट्रेस को कम करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है, लेकिन यह दिल के स्वास्थ्य के लिए भी बेहद फायदेमंद होता है। नियमित अश्वगंधा का सेवन करने से इम्यूनिटी मजबूत होती है और ब्लड प्रेशर को नियंत्रित रखने में मदद मिलती है, जिससे दिल के रोगों का खतरा कम होता है।
अश्वगंधा का सेवन कैसे करें:
- अश्वगंधा चूर्ण: अगर आप अश्वगंधा चूर्ण या पाउडर का उपयोग करना चाहते हैं, तो एक चम्मच अश्वगंधा पाउडर को एक गिलास गर्म दूध में मिलाकर पिएं। रात में सोने से पहले इसका सेवन अधिक लाभदायक होता है।
- अश्वगंधा कैप्सूल्स या टैबलेट: जिन लोगों को अश्वगंधा पाउडर का स्वाद अच्छा नहीं लगता, वे अश्वगंधा कैप्सूल्स या टैबलेट्स का सेवन कर सकते हैं। रात में सोने से पहले एक कैप्सूल या टैबलेट एक गिलास गर्म दूध के साथ लें।
- अश्वगंधा जूस: अश्वगंधा का जूस भी बाजार में उपलब्ध है। अगर आप अश्वगंधा जूस का सेवन करना चाहते हैं, तो सुबह खाली पेट पीने से लाभ होता है।
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5- मेथी
मेथी के बीजों में सॉल्युबल फाइबर की अच्छी मात्रा होती है, जो कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मददगार होती है। इसके अलावा, यह वजन कम करने में भी सहायक होती है। आप इसे बीज के रूप में या पत्तियों के साग के रूप में खा सकते हैं।
मेथी का सेवन कैसे करें:
- मेथी पाउडर: मेथी को पीसकर पाउडर बना लें और इसे सीमित मात्रा में दाल, सब्जी या रोटी के साथ मिलाकर खाएं।
- मेथी की पत्तियां: ताजी मेथी की पत्तियां सलाद में डालकर खा सकते हैं, जिससे आपको पोषक तत्व मिलते हैं और खाने का स्वाद भी बढ़ जाता है। आप इसे साग के रूप में भी खा सकते हैं।
- मेथी का जूस: रात को मेथी की पत्तियों को पानी में भिगोकर रखें और सुबह ब्लेंडर में पीसकर जूस बना लें। इसे सुबह खाली पेट पिएं।
- मेथी कैप्सूल या टेबलेट: आप डॉक्टर से सलाह लेकर बाजार में मिलने वाले मेथी के टैबलेट या कैप्सूल का सेवन कर सकते हैं।
दिल को सेहतमंद बनाए रखना बेहद जरूरी है और ये जड़ी-बूटियाँ इसमें मदद करती हैं। इनका सेवन दिल को कई रोगों से बचाता है और आपको लंबे समय तक स्वस्थ और तंदुरस्त रखता है। अगर आप पहले से ही किसी दिल से जुड़ी बीमारियों या किसी अन्य रोग से पीड़ित हैं, तो इन जड़ी-बूटियों का सेवन करने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लें।