लिपोमा (चर्बी की गांठ) का घरेलु इलाज

लिपोमा क्या होता है?
लिपोमा एक प्रकार की चर्बी की गांठ होती है जो अंडे जैसी आकार या गोल आकार में होती है और धीरे-धीरे त्वचा के नीचे बढ़ती है। यह गांठें शरीर के किसी भी हिस्से में हो सकती हैं, लेकिन आमतौर पर बाहों, कंधों, पीठ, धड़ और गर्दन में देखी जाती हैं। इसके आने पर कोई विशेष लक्षण नहीं होते।

अधिकांश लोगों में लिपोमा केवल एक ही होता है, लेकिन कुछ लोगों को एक से अधिक लिपोमा हो सकते हैं। इसका कारण अभी भी स्पष्ट नहीं है। यदि आपके परिवार में किसी को लिपोमा है तो आपको भी इसका खतरा हो सकता है।

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लिपोमा का उपचार कैसे किया जाता है?
लिपोमा को आमतौर पर उपचार की आवश्यकता नहीं मानी जाती, क्योंकि यह आमतौर पर हानिरहित होता है। लेकिन, कुछ लोगों के लिए इसे हटाने का विकल्प चुना जा सकता है अगर वह कॉस्मेटिक रूप से असुविधा महसूस करते हैं या यह उनकी दैनिक गतिविधियों में बाधा उत्पन्न करता है।

लिपोमा को हटाने की उपायों में शामिल हो सकते हैं:

  • कॉस्मेटिक सुधार: लिपोमा कभी-कभी आकर्षक नहीं लगते, खासकर जब वे बड़े होते हैं या ध्यान देने योग्य क्षेत्रों में स्थित होते हैं। उन्हें हटाने से स्थिति में सुधार हो सकता है और आत्मविश्वास बढ़ाया जा सकता है।
  • असुविधा से राहत: बड़े लिपोमा या संवेदनशील क्षेत्रों में असुविधा, दर्द या दबाव का कारण बन सकते हैं। इसे हटाने से ये लक्षण कम हो सकते हैं।
  • निवारक उपाय: बहुत दुर्लभ मामलों में, लिपोमा बढ़ सकता है या परेशान कर सकता है। शीघ्र हटाने से संभावित जटिलताओं को रोका जा सकता है।
  • कम पुनरावृत्ति दर: शल्य चिकित्सा द्वारा लिपोमा को हटाने से आम तौर पर उसी स्थान पर पुनरावृत्ति की संभावना कम हो जाती है।

लिपोमा के उपचार की बातचीत करने से पहले, स्वास्थ्य देखभाल पेशेवर के साथ लाभ और संभावित जोखिमों का मूल्यांकन करना जरूरी है।

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चर्बी की गांठ का इलाज कैसे किया जा सकता है?
अधिकांश चर्बी की गांठों का उपचार करने की जरूरत नहीं होती है। लेकिन, बड़े लिपोमा कभी-कभी असुविधा का कारण बन सकते हैं। इसे हटाने और निजात पाने के लिए कुछ घरेलू उपचार आजमाए जा सकते हैं:

  • एप्पल साइडर सिरका: कुछ लोग मानते हैं कि एप्पल साइडर सिरका को लिपोमा पर लगाने से उसका आकार कम हो सकता है। लेकिन, इसका वैज्ञानिक प्रमाण अभी तक स्पष्ट नहीं है।
  • शहद और आटे का पेस्ट: शहद और आटे को मिलाकर पेस्ट बनाकर लिपोमा पर लगाने से इसका आकार कम हो सकता है, लेकिन इसकी प्रभावशीलता पर अभी तक स्पष्टता नहीं है।
  • हल्दी का पेस्ट: हल्दी में सूजन कम करने के गुण होते हैं, लेकिन इसका लिपोमा पर प्रभावशीलता के बारे में कोई पुष्टि नहीं है।
  • ग्रीन टी: ग्रीन टी में एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं और इसका लिपोमा पर प्रभाव विचारित किया जा सकता है, लेकिन वैज्ञानिक प्रमाण अभी भी कम है।
  • आहार में परिवर्तन: स्वस्थ आहार खाना, जैसे कि फल और सब्जियों का अधिक सेवन, जीवनशैली को सुधार सकता है और नए लिपोमा के गठन को रोक सकता है।
  • व्यायाम और वजन प्रबंधन: नियमित व्यायाम करना और स्वस्थ वजन बनाए रखना, लिपोमा के गठन को रोकने में मदद कर सकता है।

किसी भी घरेलू उपाय को आजमाने से पहले, एक स्वास्थ्य देखभाल पेशेवर से परामर्श करना महत्वपूर्ण है, क्योंकि उनकी प्रभावशीलता की पुष्टि नहीं होती।

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लिपोमा का आयुर्वेदिक उपचार

आयुर्वेद शरीर के अशुद्धियों को दूर करने और त्रिदोषों को संतुलित करके शरीर की स्थिति में सुधार कर सकता है। यह लक्षणों को कम कर सकता है और चर्बी की गांठ के उपचार में मदद कर सकता है।

कुछ लिपोमा के आयुर्वेदिक उपचार हैं जो इसके आकार को कम करने में मदद कर सकते हैं, जैसे:

  • काले तिल का पेस्ट - आयुर्वेद में माना जाता है कि इसमें चिकित्सीय गुण होते हैं। इसका उपयोग लिपोमा के आकार को कम करने और रक्त परिसंचरण को बढ़ावा देने के लिए किया जा सकता है।
  • समका लेप - यह एक आयुर्वेदिक हर्बल पुल्टिस है जिसे सीधे लिपोमा पर लगाया जा सकता है। इसमें सूजनरोधी प्रभाव होता है और यह समय के साथ लिपोमा को कम करने में मदद कर सकता है।
  • सोथा नशा लेप - यह एक और हर्बल पेस्ट है जो सूजन और सूजन को कम करने में मदद करता है। इसे लिपोमा पर लगाकर किसी भी असुविधा को कम करने और उपचार को प्रोत्साहित किया जा सकता है।
  • त्रिफला कला बस्ती - यह एक आयुर्वेदिक एनिमा थेरेपी है जो शरीर को डिटॉक्सिफाई करने और असंतुलित दोषों को नियंत्रित करने में मदद करती है। यह लिपोमा के विकास में भी मददगार हो सकती है।

लेकिन, ध्यान दें कि ये उपचार एक व्यक्तिगत स्तर पर होते हैं और उन्हें आयुर्वेदिक चिकित्सक के परामर्श के बिना न लेना चाहिए, क्योंकि कुछ प्रक्रियाएँ शारीरिक परिणामों को प्रभावित कर सकती हैं।

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लिपोमा का होम्योपैथिक उपचार

होम्योपैथी एक चिकित्सा पद्धति है जो प्रत्येक व्यक्ति के विशेष लक्षणों और स्थितियों को ध्यान में रखती है। होम्योपैथिक चिकित्सक व्यक्ति के सम्पूर्ण स्वास्थ्य और विशेष लक्षणों को विचार करके उचित दवाओं का चयन करते हैं। लिपोमा के इलाज में कुछ होम्योपैथिक दवाएं शामिल हैं:

  1. थूजा ऑक्सिडेंटालिस - यह एक होम्योपैथिक दवा है जिसे लिपोमा का इलाज इलाज कर सकते है। 
  2. कैल्केरिया कार्बोनिका - यह दवा वजन बढ़ने और लिपोमा के विकास की समस्या से पीड़ित व्यक्तियों के लिए उपयोगी हो सकती है।
  3. सिलिकिया - जब लिपोमा धीमी गति से बढ़ता है और उसका ढंग कठोर होता है, तो सिलिकिया उपयोगी हो सकता है।
  4. ग्रेफाइट्स - यह दवा उन लिपोमा के लिए है जो उभर रहे हैं या बाहर आ रहे हैं।

होम्योपैथिक उपचार के लिए सही दवा का चयन करने के लिए एक प्रमाणित होम्योपैथिक चिकित्सक से परामर्श करना अत्यंत महत्वपूर्ण है।

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नॉन-सर्जिकल उपचार:

1) स्टेरॉयड इंजेक्शन: चर्बी की गांठ में स्टेरॉयड इंजेक्शन का इस्तेमाल किया जा सकता है ताकि गांठ को सिकोड़ा जा सके। यह प्रक्रिया आमतौर पर छोटे आकार के लिपोमा के लिए अधिक प्रभावी होती है। यह कभी-कभी लिपोमा को पूरी तरह से समाप्त भी कर सकता है।

2) लिपोसक्शन: बड़े लिपोमा को निकालने के लिए लिपोसक्शन उपयोगी हो सकता है। इसमें, डॉक्टर एक सुई का उपयोग करके गांठ से वसायुक्त ऊतकों को निकालते हैं। यह प्रक्रिया लोकल एनेस्थेजिया के तहत की जाती है।

सर्जिकल उपचार:

लिपोमा को सर्जरी द्वारा हटाना सबसे आम और प्रभावी तरीका है। इस प्रक्रिया में, सबसे पहले त्वचा के ऊपर लिपोमा के क्षेत्र को मार्क किया जाता है और फिर लोकल एनेस्थेजिया दिया जाता है। उसके बाद, डॉक्टर एक छोटी सी चीर लगाकर गांठ को पूरी तरह से निकालते हैं और फिर चीरे को बंद कर देते हैं।

कृपया ध्यान दें कि उपचार का तरीका और प्रक्रियाएं रोगी की स्वास्थ्य स्थिति और उपचार करने वाले डॉक्टर की सलाह पर निर्भर करती हैं।