सीताफल के बीज के इन चमत्कारी फायदों को जानकर आप भी चौंक जाएंगे

दोस्तों, आपने कस्टर्ड सेब खाया होगा और ज्यादातर लोगों को इसका स्वाद बहुत पसंद आता है। सेब खाने के कई स्वास्थ्य लाभ भी हैं। सीताफल में विटामिन सी और ए होता है जो हमारी आँखों की चमक को बढ़ाने में मदद करता है। इसके अलावा, सीताफल बस कुछ ही मिनटों में ऊर्जा प्रदान करता है और थकान को दूर करने में भी सहायक है। सीताफल के और भी कई ऐसे फायदे हैं लेकिन आज हम आपको इसके बीजों के बारे में जानकारी देंगे।

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सेवन के बाद आप सेब के बीजों का क्या करते हैं? आमतौर पर लोग बीज को फेंक देते हैं। लेकिन सीताफल के बीज सबसे मूल्यवान बीज हैं और यही कारण है कि उन्हें सोने की तुलना में अधिक महंगा कहा जाता है। यह कई बीमारियों का इलाज कर सकता है। तो आइए जानते हैं कि इसके बीजों का उपयोग कैसे करें और बीमारियों से कैसे छुटकारा पाएं।

  • सेब के बीजों में रोगों से लड़ने की शक्ति होती है। इसका सेवन कई गंभीर बीमारियों को भी ठीक कर सकता है।
  • सीताफल के बीज में एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं। यह विटामिन सी से भरपूर होता है। जो शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है। सेब का बीज एनीमिया से भी बचाता है।
  • सीताफल में मैग्नीशियम शरीर में पानी को संतुलित करता है।
  • सीताफल के बीज का सेवन रक्तचाप में अचानक परिवर्तन को नियंत्रित करता है। साथ ही शुगर लेवल को नियंत्रित करता है।
  • सीताफल के बीज रोगों से लड़ने में शक्ति प्रदान करते हैं।
  • सीताफल के बीज भी बालों के लिए फायदेमंद होते हैं। इसके लिए आप कुछ बकरी का दूध लें और उसमें कस्टर्ड बीजों को रगड़ें और फिर इसे अपने बालों में लगाएं जिससे आपके बाल धीरे-धीरे काले होने लगेंगे।
  • सीताफल के बीज में ऐसे तत्व होते हैं जो कैंसर को खत्म करने में मददगार हो सकते हैं।

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इसके आलावा भी सीताफल के कही फायदे है 

विटामिन सी की बेहतरीन स्रोत: सीताफल में विटामिन सी होता है, जो हमारे शरीर को मजबूत बनाता है और हमें बीमारियों से बचाता है। विटामिन सी हमें हार्ट और डायबिटीज जैसी बीमारियों से बचाता है।

आंखों के लिए सीताफल: सीताफल में ल्‍युटिन होता है, जो हमारी आंखों के लिए बहुत फायदेमंद होता है। यह आंखों को मजबूत बनाता है और विभिन्न समस्याओं से बचाता है।

ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करें: सीताफल में पोटैशियम और मैग्नीशियम होता है, जो हमारे ब्लड प्रेशर को संतुलित रखने में मदद करता है।

अस्थमा के लिए फायदेमंद: सीताफल अस्थमा के मरीजों के लिए बहुत फायदेमंद होता है, क्योंकि इसमें फेफड़ों की सूजन को कम करने और एलर्जी को कम करने के लिए एंटीऑक्सीडेंट होता है।

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पाचन को सुधारें: सीताफल में फाइबर होता है, जो हमारे पाचन को सही रखता है और कब्ज और डायरिया जैसी समस्याओं से बचाता है।

इम्यूनिटी को मजबूत बनाएं: सीताफल में विटामिन सी की अच्छी मात्रा होती है, जो हमारे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में मदद करती है। विटामिन सी से हमें संक्रमण से बचाव में सहायक होता है और हमारी रोग प्रतिरोधक शक्ति को मजबूत करता है। इसकी कमी से संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है, इसलिए इसका नियमित सेवन अत्यंत महत्वपूर्ण होता है।

सीताफल के प्रयोग से प्रसूता स्त्री को लाभ: मातृत्व के बाद स्त्रीओं को कई समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे समय में सीताफल का सेवन करने से लाभ होता है। सीताफल में विटामिन्स और पोषक तत्व होते हैं, जो प्रसूता संबंधी समस्याओं में मदद कर सकते हैं। आप 1-2 ग्राम सीताफल के चूर्ण का सेवन कर सकते हैं, जो इस समय में लाभदायक हो सकता है।

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जूं को लीख की परेशानी के लिए सीताफल का इस्तेमाल: जूं को लीख भी कहते हैं। पुरुष हों, या महिलाएं, सभी को जूं के कारण दैनिक काम-काज में परेशानी का सामना करना पड़ता है। लीख के कारण लोगों को अपने बालों को खुजाना पड़ता है। इस कारण कई बार मजाक का पात्र भी बनना पड़ जाता है। अगर आप भी जूं से परेशान हैं, तो सीताफल (शरीफा) का उपयोग कर सकते हैं। सीताफल के बीजों को पीसकर सिर पर लगाने से जूं (लीख) मर जाते हैं। इसका प्रयोग करते समय बहुत ही सावधानी बरतनी चाहिए, क्योंकि अगर यह आंखों में लग जाए तो आंख खराब हो सकते हैं।इसके आलावा आप सीताफल के बीजों का काढ़ा बना के इसको सिर पर लगाएं। इससे भी जूं (लीख) की परेशानी हमेंशा के लिए खत्म हो जाएगी। 

बुखार में सीताफल का इस्तेमाल: अगर ठंड लगने से बुखार आ जाए, तो आप सीताफल के तीन पत्तों को नमक के साथ पीसकर पेस्ट बना सकते हैं। इस पेस्ट का सेवन करने से सर्दी वाला बुखार ठीक हो सकता है।

सीताफल के सेवन से होती है कफ की बीमारी ठीक: कफ होना एक आम समस्या है। सीताफल के सेवन से कफ में लाभ मिल सकता है। सर्दी-जुकाम या कफ से परेशान लोग सीताफल के तने को चबा सकते हैं। इससे सर्दी-जुकाम और कफ में आराम मिल सकता है।

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गांठ की परेशानी में शरीफा का उपयोग: गांठ की समस्या में सीताफल का उपयोग फायदेमंद हो सकता है। जब किसी को गांठ होती है, तो वे पके हुए सीताफल को कूटकर नमक मिलाकर लेप बना सकते हैं। इस लेप को लगाने से लाभ हो सकता है।

सीताफल (शरीफा) के उपयोगी भाग:

  • सीताफल के पत्ते
  • सीताफल की छाल
  • शरीफा की जड़
  • शरीफा के बीज

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सीताफल (शरीफा) का इस्तेमाल कैसे करें?

आप सीताफल के फल का सेवन निम्न मात्रा में कर सकते हैं:

  • सीताफल का चूर्ण – 1-3 ग्राम
  • शरीफा का काढ़ा- 5-30 मिली

यदि आप शरीफा का प्रयोग कर बहुत अच्छा परिणाम पाना चाहते हैं, तो इसके इस्तेमाल से पहले चिकित्सक की सलाह लेना ना भूलें।

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सीताफल के साइड इफेक्ट:
सीताफल से निम्नलिखित नुकसान हो सकते हैंः

जब आप सीताफल का उपयोग जूं को खत्म करने के लिए करें, तो ध्यान दें कि सीताफल आपकी आंखों में न चला जाए। आंखों में जाने से आपकी आंखों को नुकसान पहुंच सकता है।