इमली के फायदे

बहुत से लोग इमली और इसके खट्टे स्वाद के बारे में जानते हैं। हालांकि यह खट्टी हो सकती है, लेकिन ज्यादातर लोग इसे आनंद लेते हैं। सामान्यत: लोग इमली की चटनी बनाते हैं और इसे खाने का आनंद लेते हैं। लेकिन, क्या आप जानते हैं कि इमली का सेवन करने से आपके शरीर को कई तरह के फायदे हो सकते हैं? क्या आपको यह पता है कि इमली का उपयोग कई बीमारियों की रोकथाम में मदद कर सकता है? इस लेख में, आप स्वास्थ्य के लिए इमली कितना फायदेमंद है, इसके बारे में विस्तार से पढ़ सकते हैं।

आयुर्वेद में इमली के फायदे बहुत सारे होते हैं। इस लेख में इमली के फायदे आपकी भाषा में समझाए गए हैं। अगर आपको इमली के गुण की पूरी जानकारी नहीं है तो यहां पढ़ें। इमली एक प्रकार का फल है, जिसे आमतौर पर आहार के रूप में इस्तेमाल किया जाता है, लेकिन इसका इलाज के लिए भी उपयोग किया जाता है। यह फल एसिडिटी, वात-पित्त रोग और रक्त संबंधित समस्याओं में फायदेमंद होता है, जबकि पकी हुई इमली पाचन संबंधी समस्याओं और कफवात विकार में मददगार होती है। इमली के फूल से भी कई रोगों का उपचार किया जा सकता है। इमली के पेड़ बड़े और छायादार होते हैं और इसके साथ ही इमली के कई फायदे होते हैं।

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बालों के लिए इमली के फायदे 
बालों के झड़ने में इमली के फायदे हो सकते हैं। एक रिसर्च के अनुसार, इमली में वह तत्त्व होते हैं जो बालों के झड़ने को रोकने में मदद कर सकते हैं। इमली का सेवन करने से यह तत्त्व बालों में पूरे होते हैं और बालों के झड़ने को कम कर सकते हैं।

वजन कम करने के लिए इमली के फायदे 
इमली का सेवन वजन कम करने में फायदेमंद हो सकता है। इसमें रेचन का गुण होता है, जो शरीर के अतिरिक्त गंदगी को बाहर निकालता है। इससे अनावश्यक वजन को कम करने में मदद मिलती है।

साइनस में इमली के फायदे 
इमली के पत्ते का रस साइनस की शुरुआती अवस्था में लाभकारी होता है।

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पेचिश में इमली के फायदे
इमली की पत्तियों के रस में, लाल किए हुए लोहे को बुझा लें। इसे छानकर 5-10 मिली की मात्रा में दिन में 3-4 बार लें। इसे कुछ दिनों तक सेवन करने से पेचिश में लाभ हो सकता है।

सीने की जलन के लिए इमली के फायदे 
सीने की जलन होने पर मिश्री के साथ इमली का शर्बत बनाकर पीने से लाभ हो सकता है। बेहतर उपाय के लिए किसी आयुर्वेदिक चिकित्सक से जरूर परामर्श लें।

नर्वसनेस को दूर करने के लिए इमली के फायदे 
इमली का सेवन नर्वस सिस्टम को मजबूत करने में सहायक हो सकता है, क्योंकि इमली में पाए जाने वाले खनिज जैसे कैल्शियम आदि नर्वस सिस्टम को मजबूत करते हैं।

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खून की कमी में इमली के फायदे
खून की कमी में इमली का सेवन फायदेमंद हो सकता है। इमली में पाया जाने वाला आयरन हीमोग्लोबिन को बढ़ाकर खून की कमी को दूर कर सकता है।

हृदय को स्वस्थ रखने में इमली के फायदे 
इमली का सेवन करने से हृदय संबंधी रोगों से बचा जा सकता है। इमली में पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट्स हृदय को स्वस्थ रखने में मदद कर सकते हैं।

आंखों के लिए इमली के फायदे 

  1. इमली के फूलों को पीसकर थोड़ा गाढ़ा घोल बनाएं। इसे आंखों पर बांधने से आंखों की सूजन ठीक हो सकती है।
  2. इमली के पत्तों का रस और दूध को कांसे के बर्तन में अच्छे से मिलाकर आंखों के आस-पास लेप करें। इससे आंखों से पानी बहना और आंखों की जलन में राहत मिल सकती है।
  3. इमली के पत्तों के रस के साथ कालीमिर्च के दानों को घिसें। इसमें थोड़ा घी मिलाकर आंखों में काजल की तरह लगाएं। इससे खुपानी, आंखों की जलन और तिमिर (नेत्ररोग) में राहत मिल सकती है।

सफ़ेद दाग के लिए इमली के फायदे 
सफेद दाग जैसी बीमारी में भी इमली के बीज के फायदे मिलते हैं। इमली के बीजों की मीठी और बावची को बराबर मात्रा में मिलाकर पीसें। इसे लगाने से सफेद दाग में लाभ हो सकता है।

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वीर्य रोग में इमली का सेवन फायदेमंद हो सकता है।

  1. इमली के बीजों को पानी में कुछ दिन भिगोकर छिलका उतारें। छिलके निकाले सफेद बीजों को सुखाकर बारीक चूर्ण बनाएं। इस चूर्ण को एक चम्मच की मात्रा में दिन में तीन बार दूध के साथ सेवन करने से वीर्य का पतलापन दूर हो सकता है।
  2. इमली के बीजों को भूनकर छिलका उतारें और इन्हें चूर्ण बनाएं। इसमें बराबर मात्रा में मिश्री मिलाकर लगातार 15 दिन तक सुबह-शाम सेवन करने से वीर्य का पतलापन, मूत्र रोग जैसे पेशाब में जलन होना, पेशाब का रुक-रुक कर होने जैसी परेशानियों में लाभ हो सकता है।
  3. 10 ग्राम इमली के बीजों को पानी में चार दिन तक भिगोकर छिलका उतारें। इन्हें दो भाग गुड़ मिलाकर चने के समान गोलियों में बनाएं। रात में सोते समय एक-दो गोलियाँ सेवन करने से वीर्य रोग ठीक हो सकता है।

बुखार में इमली के फायदे:

  1. रात भर 25 ग्राम इमली को एक गिलास पानी में भिगोकर सुबह छान लें। पानी में बूरा मिलाकर ईसबगोल के साथ पिलाने से पित्तज्वर ठीक हो सकता है।
  2. इमली के कोमल पत्तों और फूलों की सब्जी बनाकर सेवन करें। इससे जलन और पित्तज विकारों का शमन हो सकता है।
  3. 10 ग्राम इमली और 25 ग्राम छुहारों को 1 लीटर दूध में उबाल लें। इसे छानकर पिलाने से बुखार में होने वाली जलन और घबराहट ठीक हो सकती है।
  4. इमली का शर्बत बनाकर पिलाने से पित्तज उल्टी और बुखार ठीक हो सकते हैं।

मूत्र रोग में इमली का सेवन फायदेमंद हो सकता है।
10 ग्राम इमली के बीजों को सुबह पानी में भिगो दें। रात में छिलका उतारकर भीतरी सफेद मींगी को पीसकर गाय के दूध के साथ पिएं। इससे बार-बार पेशाब आने की परेशानी में फायदा हो सकता है।

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इमली के उपयोगी भाग:
छाल
पत्ते
फूल
फल
बीज

इमली को सेवन करने की मात्रा ये होनी चाहिए:`
फल: 4-30 ग्राम
बीज का चूर्ण: 1-3 ग्राम
यहाँ इमली से होने वाले सभी लाभ को आसान और आपके समझने वाली भाषा में लिखा गया है। इसलिए आप इमली का उपयोग कर पूरा फायदा ले सकते हैं, लेकिन किसी रोग का इलाज करने के लिए इमली का उपयोग की जानकारी किसी आयुर्वेदिक चिकित्सक से जरूर लें।