केसर(saffron) के फायदे और नुकसान.

केसर, दुनिया के बहुत महंगे मसालों में से एक है, यह एक सुगंधित फूल का छोटा हिस्सा होता है जिसकी सुगंध शहद जैसी होती है। वैज्ञानिक रूप से इसे 'क्रोकस सैटिवस' के नाम से भी जाना जाता है, यह 'इरिडेसिया' कुल से संबंधित होता है। यह बहुत ही पुराना मसाला है जो मनुष्यों द्वारा 1600 से 1700 ईसा पूर्व में उगाया जाता था। इसे मध्य पूर्व के क्षेत्रों और मध्य एशिया या दक्षिण पश्चिम ग्रीक द्वीपों से उत्पन्न होने की मान्यता है।

इसकी खेती चीन, भारत और मध्य पूर्व के क्षेत्रों में की जाती है। यह एक बारहमासी हर्ब है, जो 10-25 सेमी ऊँचा होता है और शरद ऋतु की शुरुआत में बैंगनी रंग के फूलों में खिलता है। इस फूल के चमकीले लाल रंग के फिलामेंट को सुखाकर 'केसर' बनाया जाता है।

केसर में पोषक तत्वों की मात्रा इस प्रकार है:
पोषक तत्व मात्रा

  • जल 11.9 ग्राम
  • ऊर्जा 310 किलोकैलोरी
  • प्रोटीन 11.4 ग्राम
  • कुल लिपिड (फ़ैट) 5.85 ग्राम
  • कार्बोहाइड्रेट 65.4 ग्राम
  • फ़ाइबर (कुल डाइटरी ) 3.9 ग्राम
  • कैल्शियम 111 मिलीग्राम
  • आयरन 11.1 मिलीग्राम
  • पोटैशियम 1720 मिलीग्राम
  • सोडियम 148 मिलीग्राम
  • ज़िंक 1.09 मिलीग्राम
  • कॉपर 0.328 मिलीग्राम
  • मैंगनीज 28.4 मिलीग्राम
  • फॉस्फोरस 252 मिलीग्राम
  • मैग्नीशियम 264 मिलीग्राम
  • सेलेनियम 5.6 माइक्रोग्राम
  • कुल सैचुरेटेड फ़ैटी एसिड 1.59 ग्राम
  • कुल मोनोअनसैचुरेटेड फ़ैटी एसिड 0.429 ग्राम
  • कुल पॉलीसैचुरेटेड फैटी एसिड 2.07 ग्राम

विटामिन मात्रा

  • विटामिन C 80.8 मिलीग्राम
  • थायमिन 0.115 मिलीग्राम
  • राइबोफ्लेविन 0.267 मिलीग्राम
  • नियासिन 1.46 मिलीग्राम
  • विटामिन B6 1.01 मिलीग्राम
  • फ़ोलेट (कुल) 93 माइक्रोग्राम
  • विटामिन A 530 अंतरराष्ट्रीय यूनिट

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केसर के गुणों के कारण, यह एक प्रशंसनीय और प्रभावशील मसाला है। इसकी खासियतों में से कुछ निम्नलिखित हैं:

  • दर्द को कम कर सकता है।
  • खुशी और उत्साह को बढ़ा सकता है।
  • याददाश्त को मजबूत कर सकता है।
  • सूजन को कम कर सकता है।
  • लो ब्लड प्रेशर में मदद कर सकता है।
  • श्वास को सुधार सकता है।
  • पाचन को सुधार सकता है।
  • उम्र के संकेतों को कम कर सकता है।
  • लीवर की सुरक्षा में मदद कर सकता है।
  • ताप-तिल्ली (स्प्लीन) की रक्षा कर सकता है।
  • ब्लड कोलेस्ट्रॉल को कम कर सकता है।
  • हृदय की सेहत को सुधार सकता है।
  • एंटीऑक्सीडेंट के रूप में काम कर सकता है।

केसर के कई फ़ायदे होते हैं, जिनमें निम्नलिखित शामिल हैं:

त्वचा के लिए केसर के संभावित उपयोग:
केसर का इस्तेमाल त्वचा की समस्याओं के इलाज में किया जा सकता है। इसका इस्तेमाल त्वचा के रंग को साफ़ करने, चेहरे की चमक बढ़ाने, और त्वचा के नियमित संरचना को बनाए रखने में मदद कर सकता है। यह त्वचा के कैंसर को रोकने में भी सहायक हो सकता है।

कोलेस्ट्रॉल के लिए केसर के संभावित उपयोग:
केसर ब्लड कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम कर सकता है और इस प्रकार एथेरोस्क्लेरोसिस को कम कर सकता है।

पाचन के लिए केसर के संभावित उपयोग:
केसर पाचन को बढ़ा सकता है और आंतों की स्वस्थता को सुधार सकता है। इसका सेवन अमीबिक डायसेंट्री को रोकने में भी मदद कर सकता है।

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केसर के संभावित उपयोगों में से कुछ निम्नलिखित हैं:

आंखों के लिए केसर के संभावित उपयोग:
केसर को आंखों की समस्याओं के इलाज में इस्तेमाल किया जा सकता है, जैसे कि मोतियाबिंद, कॉर्निया की बीमारियाँ, और आंखों के दर्द को कम करने के लिए। इसका इस्तेमाल आंखों को इन्फेक्शन से बचाने, आंखों के फोटोरेसेप्टर कोशिकाओं की क्षति को कम करने, और महिलाओं के लिए काजल के रूप में भी किया जाता है। लेकिन, आंखों से संबंधित किसी भी समस्या के लिए एक नेत्र विशेषज्ञ से परामर्श करना बेहतर होता है।

हृदय के लिए केसर के संभावित उपयोग:
केसर के उपयोग से ब्लड प्रेशर को कम किया जा सकता है, जिससे हृदय स्वास्थ्य में सुधार हो सकता है। यह डिप्रेशन और चिंता को भी कम कर सकता है। हालांकि, ऐसे हृदय संबंधी समस्याओं के लिए अधिक अध्ययन की आवश्यकता है, और इसलिए डॉक्टर की सलाह का पालन करना बेहतर होता है।

डिप्रेशन के लिए केसर के संभावित उपयोग:
केसर के उपयोग से डिप्रेशन और चिंता को कम किया जा सकता है। इसका उपयोग मस्तिष्क में न्यूरोट्रांसमीटर के स्तर को संतुलित करने में मदद कर सकता है। हालांकि, ऐसे मानसिक समस्याओं के इलाज के लिए डॉक्टर से परामर्श करना जरूरी है, और हर्बल या अन्य सामग्रियों का उपयोग करने से पहले उनकी सलाह लेनी चाहिए।

केसर के अन्य संभावित उपयोगों के बारे में जानकारी निम्नलिखित है:

  • कैंसर के खिलाफ: केसर में मौजूद एंटीऑक्सिडेंट्स और फ्लावोनॉयड्स की वजह से इसे कैंसर के खिलाफ लड़ने में मददगार माना जाता है। यह तम्हें कैंसर उत्पन्न करने वाले कारकों से लड़ने में मदद कर सकता है।
  • इंसुलिन सेंसिटिविटी: कुछ अध्ययनों में देखा गया है कि केसर इंसुलिन के स्तर को संतुलित रखकर इंसुलिन सेंसिटिविटी को बढ़ा सकता है, जिससे डायबिटीज को नियंत्रित करने में मदद मिलती है।
  • श्वसन और फेफड़ों की स्वास्थ्य: केसर का इस्तेमाल सर्दी, खांसी, अस्थमा और फेफड़ों की अन्य बीमारियों को ठीक करने में मदद कर सकता है।

गठिया (रूमेटिज्म): कुछ अध्ययनों में देखा गया है कि केसर गठिया के लिए लाभकारी हो सकता है, जो ऑटोइम्यूनिटी के कारण होती है, और जोड़ों में सूजन का कारण बनती है।

केसर का उपयोग करने के तरीके:

  • केसर को खाने में इस्तेमाल किया जा सकता है, जैसे कि बिरयानी, खीर, और दूध बनाने में।
  • इसे अन्य खाद्य पदार्थों में डालकर भी इस्तेमाल किया जा सकता है, जैसे कि केक, बिस्कुट, और डेसर्ट्स।
  • चाय या कॉफी में भी केसर का उपयोग किया जा सकता है।
  • केसर को सुबह के समय गुनगुने पानी में भिगोकर इस्तेमाल किया जा सकता है, जो उपचारिक गुणों को निकालने में मदद करता है।

केसर का उपयोग करने से पहले हमेशा एक चिकित्सक या आयुर्वेदिक विशेषज्ञ से परामर्श करें। वे आपकी स्वास्थ्य स्थिति को ध्यान में रखते हुए सही खुराक और उपयोग के लिए सलाह देंगे।

केसर का सेवन करते समय सावधानियों का पालन करना महत्वपूर्ण है, और यहाँ कुछ सावधानियां हैं जो ध्यान में रखनी चाहिए:

गर्भवती महिलाएं: गर्भवती महिलाओं को केसर का सेवन करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए, क्योंकि अधिक मात्रा में केसर का सेवन गर्भाशय में संकुचन का कारण बन सकता है और इससे गर्भपात हो सकता है।

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बच्चों और बुजुर्गों: यदि आप बच्चों या बुजुर्गों को केसर दे रहे हैं, तो सावधानी बरतें, क्योंकि उनके शरीर की प्रतिरक्षा कमजोर हो सकती है।

अन्य दवाओं के साथ प्रतिक्रिया: केसर का सेवन करते समय अन्य दवाओं के साथ प्रतिक्रिया की संभावना हो सकती है, इसलिए अगर आप किसी और दवा का सेवन कर रहे हैं, तो अपने डॉक्टर से परामर्श करें।

संतुलित खुराक: सामान्य रूप से, दैनिक 1.5 ग्राम से कम केसर का सेवन करना सुरक्षित माना जाता है। संतुलित खुराक में केसर का सेवन करें और डॉक्टर द्वारा परामर्श लें।

इन सावधानियों का पालन करते हुए केसर का सेवन किया जा सकता है। अगर किसी प्रतिकूल प्रतिक्रिया का अनुभव होता है, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न:
1.
गर्भवती महिलाओं को कब केसर खाना चाहिए?
गर्भ के दूसरे तिमाही में केसर का सेवन सबसे अच्छा है। यह महिलाओं के मूड को स्थिर करने में मदद करता है और उन्हें संजीवनी लाभ प्रदान करता है। साथ ही, अपच और कब्ज जैसी सामान्य समस्याएं भी इस दौरान देखी जाती हैं।

2. रोज़ कितना केसर खाना चाहिए?
हर दिन सिर्फ 4 रेशे केसर को 1 गिलास दूध में मिलाकर पिएं।

3. क्या केसर गरम होता है?
कश्मीरी केसर सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होता है, लेकिन इसकी तासीर गरम होती है, इसलिए ठंडी दिनों में ही इसका सेवन करें।

4. क्या हर दिन केसर पीना सुरक्षित है?
हर दिन 1.5 ग्राम तक केसर सुरक्षित रूप से लिया जा सकता है। प्रतिदिन केवल 30 मिलीग्राम केसर का सेवन करना स्वास्थ्य के लिए लाभकारी होता है, हालांकि 5 ग्राम या इससे अधिक की उच्च मात्रा नुकसानकारी हो सकती है।