सर्दियों में हार्ट अटैक का खतरा: आयुर्वेदिक बचाव तरीके

जब ठंडियों का मौसम आता है, तो हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है। इसका कारण है कि ठंड के दौरान खून की नसों में सुकड़ाव हो जाता है, जिससे ब्लड की धारा कम हो जाती है और ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है। इससे दिल को नुकसान हो सकता है और हार्ट अटैक हो सकता है।

अगर आप हार्ट अटैक के मरीज हैं, तो सुबह सुबह दो कच्चे लहसुन की पोथी चबाएं, योगा और व्यायाम करें। यह सुनिश्चित करेगा कि खून गाढ़ा न हो और स्वस्थ रहें।

हमारे शरीर में खून हर अंग में ऑक्सीजन और पोषक तत्वों को पहुंचाने का काम करता है। अगर यह प्रक्रिया धीमी हो जाए तो समस्या हो सकती है। हार्ट को मजबूत बनाना जरूरी है। आजकल, युवा से लेकर बूढ़े, बच्चे भी हार्ट अटैक के शिकार हो जाते हैं। हार्ट की सुरक्षा के लिए सतर्क रहना जरूरी है।

आधुनिक जीवनशैली में गंदी आदतें होती हैं, जिनसे हार्ट अटैक का खतरा बढ़ सकता है। गर्म तासीर वाली दवाओं का सेवन न करें। हार्ट अटैक के मरीजों को गर्म तासीर वाली चीजों का सेवन करना चाहिए जैसे कि अदरक, लहसुन, हल्दी और अन्य चीजें, ताकि ब्लड की चाल धीमी न हो।

हार्ट अटैक के मरीजों को रोजाना एक्सरसाइज करनी चाहिए, सही डाइट लेनी चाहिए, सेहतमंद आहार खाना चाहिए। उन्हें तला हुआ खाना, प्रोसेस्ड फूड, डिब्बे बंद चीजें नहीं खानी चाहिए। गर्म कपड़े पहनें, कैप्सिकम, केसर, सोंठ का इस्तेमाल करें। मानसिक तनाव से बचें और पर्याप्त नींद लें। इससे आप हार्ट अटैक से बच सकते हैं।