ये हैं 6 औषधियां जो डायबिटीज को कंट्रोल करती हैं, सेहत को रखती हैं फिट - इस्तेमाल करें ऐसे

आजकल की ज़िंदगी बहुत तेज़ी से बदल रही है और इसमें बहुत से लोग छोटी उम्र में ही डायबिटीज की समस्या से जूझ रहे हैं। ऐसे में शुगर को नियंत्रित करना मरीजों के लिए मुश्किल हो सकता है। कई लोग इंसुलिन का इस्तेमाल करते हैं। लेकिन आयुर्वेद में कुछ ऐसी चमत्कारी औषधियां हैं जो डायबिटीज को दूर करने में मदद कर सकती हैं। इन औषधियों से शुगर को नियंत्रित किया जा सकता है और इंसुलिन की ज़रूरत भी कम हो सकती है।

गिलोय का जूस आयुर्वेद में डायबिटीज के मरीजों के लिए गिलोय बहुत फायदेमंद माना जाता है। गिलोय में ब्लड शुगर को कम करने वाले गुण होते हैं। गिलोय की पत्तियों को पानी में उबालकर फिल्टर करके पीने से शुगर को नियंत्रित किया जा सकता है। यह उपाय नियमित रूप से किया जाना चाहिए। रोज़ कम से कम 2-3 पत्तियों का सेवन करें।

सहजन की पत्ती सहजन के पेड़ को भी डायबिटीज के इलाज में उपयोगी माना जाता है। इसमें ब्लड शुगर को कम करने वाले गुण होते हैं। इसकी पत्तियों में भी शुगर को नियंत्रित करने वाले गुण होते हैं। पत्तियों को धोकर सीधे चबाएं। सहजन की फली की सब्जी भी शुगर को कम करने में मदद कर सकती है।

नीम के पत्ते नीम की पत्तियां शुगर के बढ़ते लेवल को कम कर सकती हैं। नीम में शुगर को कम करने वाले गुण होते हैं, जिससे डायबिटीज को दूर किया जा सकता है। नीम की पत्तियों का रस पीना या इन्हें चबाकर खाना फायदेमंद होता है। नीम के 5-6 नए और मुलायम पत्ते चबाएं।

अश्वगंधा के पत्ते अश्वगंधा को आयुर्वेद में कई बीमारियों के इलाज में इस्तेमाल किया जाता है। यह डायबिटीज से बचाव में भी मददगार हो सकता है। इसके पत्तों को रस या टेबलेट के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है।

एलोवेरा भी उपयोगी एलोवेरा का सेवन डायबिटीज को नियंत्रित करता है। इसमें ऐसमैनिन पाया जाता है जो हाइपोग्लाइसेमिक ग्लूकोज को कम करने का कार्य करता है। नियमित रूप से एलोवेरा का सेवन करने से आप अपने शुगर स्तर को कम कर सकते हैं। एलोवेरा का जूस पीना सलाह दिया जाता है।

मेथी के दाने कमाल मेथी के दाने मसालों में मिल जाते हैं। रात को एक चम्मच मेथी के दानों को एक कप पानी में भिगोकर रखें और सुबह उठकर खाली पेट में चबा कर खाएं। उसी कप के पानी को भी पी जाएं। इससे पेट के गैस की समस्या में बहुत लाभ होता है और शुगर को नियंत्रित करने में मदद मिलती है।

(Note: ये सभी उपाय आयुर्वेद के सिद्धांतों के आधार पर हैं. इनके इस्तेमाल से पहले किसी जानकार या डॉक्टर से सलाह जरूर करें.)