अमृत समान यह पत्ता दिवाली की गंदगी से आपको रक्षित करेगा

सर्दी के मौसम में एक बहुत ही अद्वितीय चीज है अडूसा या अर्दुसी का पत्ता. भारतीय आयुर्वेद और यूनानी चिकित्सा में अडूसा का कई सारी बीमारियों में उपयोग किया जाता है. लोग अडूसा के पत्तों को बनाकर खुद ही पीते हैं, जिससे सर्दी की कई बीमारियों का इलाज हो सकता है, जैसे कि सर्दी-जुकाम, अस्थमा, जोड़ों का दर्द, और बंद नाक। अडूसा के पत्ते और फूलों में एंटीस्पास्मोडिक गुण होता है जो बंद नाक को खोलने में मदद कर सकता है। इससे सांस से संबंधित कई बीमारियों में भी राहत मिल सकती है। अडूसा से बनी दवाएं भी अस्थमा और क्रोनिक पल्मोनरी डिजीज में उपयोग की जाती हैं।

अडूसा के गुणों को लेकर एक रिसर्च में, हैदराबाद के वैज्ञानिकों ने बहुत सारी औषधीय गुणों को खोजा है। इसमें लंग इंज्यूरी, थ्रोबोसिस, और फाइब्रोसिस में तेजी से हीलिंग की क्षमता है। इसके अलावा, यह कोविड-19 इंफेक्शन में भी उपयोगी हो सकता है।

अडूसा के अन्य फायदे:

  1. टीबी, ब्रोंकाइटिस, और लंग्स की बीमारियों में फायदेमंद - इसके पत्ते से टीबी, ब्रोंकाइटिस, और लंग्स से संबंधित बीमारियों में राहत मिल सकती है। अडूसा के पत्तों में एंटी-इंफ्लामेटरी गुण होता है, जिससे लंग्स में हुए किसी भी तरह के डैमेज को ठीक किया जा सकता है।

  2. सर्दी-खांस-जुकाम में रामबाण - अडूसा के पत्तों का काढ़ा सर्दी-खांस, कफ, और वायरल फीवर के खिलाफ उपयोगी हो सकता है। यह गले को स्मूथ करता है और म्यूकस को पतला करके लंग्स से गंदगी को बाहर निकालने में मदद कर सकता है।

  3. ब्लीडिंग को रोकता है - अडूसा का सेवन बाहरी और आंतरिक ब्लीडिंग को रोक सकता है, जिससे पेप्टिक अल्सर, पाइल्स, और मसूड़ों से निकलने वाले खून को रोका जा सकता है।

  4. जोड़ों के दर्द से राहत - अडूसा के पत्तों का सेवन करने से जोड़ों का दर्द कम हो सकता है। इसमें एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-इंफ्लामेटरी गुण होता है, जिससे रूमेटिक दर्द को कम किया जा सकता है और घाव भी जल्दी भर सकते हैं।

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    हाई ब्लड प्रेशर को कम करता है - अडूसा के पत्ते हाई ब्लड प्रेशर को कम करने की क्षमता रखते हैं और इसमें ब्लड प्रेशर को संतुलित करने में मदद कर सकते हैं। अडूसा को खून को साफ करने के लिए भी जाना जाता है और इसमें एंटी-फाइब्रिनोलिटिक गुण होते हैं जो हार्ट ब्लॉकेज को आगे बढ़ने से रोक सकते हैं।