कम उम्र में शरीर की नसों में ब्लॉक होने के 5 संकेत, एक्सपर्ट से जानें कारण और बचाव के तरीके
- By Health7 --
- Friday, 08 Dec, 2023
"आजकल की तेज़ जीवनशैली ने हमारे शरीर को कई समस्याओं का सामना करना पड़ा है। इसका मुख्य कारण अन्योग्य जीवनशैली और अनुपान है। आजकल लोगों के व्यस्त अनुसूचियाँ उनकी खानपान और नींद पर असर डालती हैं। साथ ही, धूम्रपान जैसी आदतें उनके शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर प्रभाव डालती हैं। ऐसी अन्योग्य जीवनशैली से कई स्वास्थ्य समस्याएँ उत्पन्न होती हैं, और उनमें से एक है नसों और धमनियों का बंद हो जाना।
पहले, धमनियों की बंद होने की समस्या अधिकतर बुजुर्गों में देखी जाती थी, लेकिन आजकल युवा भी इससे ग्रसित हो रहे हैं। जब नसों में बंदिश होती है, तो शरीर के कामकाज में बाधा होती है, जिससे कई अंगों में समस्याएँ पैदा होती हैं। लेकिन, बंदिश का सबसे अधिक प्रभाव हृदय से जुड़ी धमनियों पर होता है।
अब सवाल यह है: शरीर में बंद नसों के क्या संकेत होते हैं? बंदिश के क्या कारण हैं, और बचाव के लिए आयुर्वेदिक उपाय क्या हैं? इन प्रश्नों का उत्तर देते हैं लखनऊ के बलरामपुर अस्पताल के आयुर्वेद विशेषज्ञ डॉ. जितेंद्र शर्मा।
नसों को खोलने के लिए आयुर्वेदिक उपाय:
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कच्चा लहसुन खाना: लहसुन को सेहत के लिए फायदेमंद माना जाता है, खासकर धमनियों और नसों के लिए। नियमित खाने से रक्त संचार में सुधार होता है। रोजाना सुबह 2-3 कच्चे लहसुन का सेवन करें। यह न केवल बंदिश को दूर करेगा, बल्कि जोड़ों के दर्द और उच्च कोलेस्ट्रॉल स्तर को भी नियंत्रित कर सकता है।
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हल्दी का उपयोग: हल्दी का सेवन स्वास्थ्य बढ़ाने और धमनियों के बंद होने से होने वाले दर्द में राहत प्रदान करने के लिए जाना जाता है। इससे प्रतिरक्षा ताकत बढ़ती है और रक्त पतला होता है, जिससे धमनियों में रक्त संचार बेहतर होता है
नसें बंद होने की इन लक्षणों से करें पहचान
- घुटनों के नीचे दर्द और सूजन।
- हाथ और पैरों में ठंड लगना।
- नसों का नीला पड़ना।
- नसों में खुजली।
- नसों में भारीपन।
नसों में ब्लॉकेज आने का कारण?
- पोषक तत्वों की कमी।
- बढ़ती उम्र।
- ब्लड सर्कुलेशन में बाधा।
- बढ़ा हुआ रक्त प्रवाह।
- लंबी अवधि तक बैठकर काम करना।
- मधुमेह, उच्च रक्तचाप, और मोटापा का होना।