गरम बाफ लेकर लोग हो रहे है कोरोना का सीकार - ज्यादा से ज्यादा शेयर करे जो यूनीसेफ ने हकीकत बताई है

वर्तमान में देश की स्थिति दिन प्रतिदिन बिगड़ती जा रही है। देश में हर दिन लाखों लोग कोरोना से संक्रमित होते हैं और हजारों लोग मर रहे हैं। देश के लाखों लोग कोरोना के खिलाफ जीवन और मौत के बीच लड़ाई लड़ रहे हैं। सरकार देश के लोगों से भी अपील कर रही है कि वे बिना काम किए बाहर जाने से बचें और हमेशा मास्क पहनकर रहें।

कोरोना के कही ज्यादा उपाय है।  लेकिन हल की परिस्थिति में कही घरो में गर्म बाफ मशीन देखनेको मिल रही है।  जो बाजार में १०० से २०० रुपये में मिल जाती है।  सब को लगता है की ये मशीन कोरोना के सामने लड़ सकता है. और लोग ऐसा मनके ये मशीन खरीद ते है और इस्तेमाल करते है। लेकिन क्या आपको पता है की हल के एक रिपोर्ट के अनुसार ये मशीन ज्यादे से ज्यादा नुकसान कारक है। 

ऐसी स्थिति के बीच सबसे बड़ा रहस्योद्घाटन है, क्या गर्म भाप लेना उचित है या नहीं? क्या यह भाप कोरोना से लड़ सकती है? यूनिसेफ इंडिया ने एक ही वीडियो में ऐसे कई सवालों के जवाब दिए हैं। दरअसल ऐसे समय में भी डॉक्टरों ने लोगों को यह भाप लेने की अनुमति दी थी। लेकिन यूनिसेफ इंडिया के ट्विटर आईडी पर, पॉल रटर ने यह स्पष्ट कर दिया है कि गर्म भाप लेने से कोरोना का सबसे बड़ा खतरा होता है।

यूनिसेफ इंडिया ने कहा है कि इस गर्म धारा (भाप) के बहुत अधिक लेने से गले और फेफड़ों में नसें कमजोर हो जाती हैं, जिससे कोरोना का खतरा काफी बढ़ जाता है। गर्म भाप के अत्यधिक सेवन से फेफड़ों में जाने वाली ट्यूब को नुकसान होता है। यह यूनिसेफ इंडिया द्वारा कहा गया है।