हल्दी भारतीय मसालों में एक महत्वपूर्ण सामग्री है। यह सच है कि हर घर की रसोई में हल्दी मिलती है। हल्दी का सेवन न केवल स्वादिष्ट होता है, बल्कि यह कई बीमारियों से लड़ने में भी मदद करती है। प्राचीन काल से हल्दी का उपयोग होता आ रहा है, और आयुर्वेद में इसके बहुत सारे लाभों का उल्लेख किया गया है।
हल्दी एक जड़ी बूटी है जिसका अंग्रेजी नाम 'Turmeric' है। हिंदू धर्म में, पूजा और शुभ कार्यों में इसका उपयोग होता है। इसके अलावा, हल्दी बीमारियों से लड़ने में भी मदद करती है। विशेषज्ञ द्वारा हल्दी के गुणों का अध्ययन किया जा रहा है, और कई रिसर्चेस ने इसके आयुर्वेदिक लाभों की पुष्टि की है।
हल्दी का सेवन करने से हमारे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, जिससे हमें विभिन्न प्रकार की संक्रामक बीमारियों से बचाव मिलता है। हल्दी में वात और कफ को कम करने वाले गुण होते हैं, और शरीर में खून की मात्रा को बढ़ाने में मदद करती है। डायबिटीज में हल्दी का सेवन बहु उपयोगी है।
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आइए जानते हैं कि हल्दी के सेवन से किन रोगों में आराम मिलता है और इसका सेवन कैसे करना चाहिए।
आंखों के दर्द से आराम दिलाती है हल्दी:
आंखों में दर्द होने पर या किसी तरह का संक्रमण होने पर हल्दी का प्रयोग करना फायदेमंद होता है। 1 ग्राम हल्दी को 25 मिली पानी में उबालकर छान लें। छानने के बाद इसे आंखों में बार बार डालने से आंखों के दर्द से आराम मिलता है। कंजक्टीवाइटिस होने पर भी आप इसी घरेलू उपाय की मदद से आराम पा सकते हैं। हल्दी का गुण आँखों के लिए बहुत ही उपयोगी होता है।
पीलिया से आराम दिलाती है हल्दी:
पीलिया एक गंभीर समस्या है जिसका सही इलाज करना जरूरी है। 6 ग्राम हल्दी चूर्ण को मठ्ठे में मिलाकर दिन में दो बार सेवन करने से 4-5 दिनों में पीलिया से आराम मिल सकता है। 5-10 ग्राम हल्दी चूर्ण में 50 ग्राम दही मिलाकर खाने से भी पीलिया में फायदा होता है।
मुहांसों से राहत दिलाने में हल्दी फायदेमंद:
हल्दी के उपयोग से मुहांसों को कम करने में मदद मिलती है। त्वचा में अधिक तेल की उत्पत्ति होने के कारण मुहांसे निकलते हैं। हल्दी के रूक्ष गुणों के कारण, यह तेल को सोक कर मुहांसों को कम करने में मदद करती है और त्वचा के रोगों को दूर रखने में भी सहायक होती है।
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गले की खराश से आराम:
जब गले में खराश हो, तो अजमोदा, हल्दी, यवक्षार, और चित्रक का चूर्ण मिलाकर एक चम्मच शहद के साथ सेवन करने से गले की खराश दूर हो जाती है।
बवासीर में हल्दी के फायदे:
खराब जीवनशैली और खराब खानपान के कारण अधिकांश लोग कब्ज के मरीज हो जाते हैं, जिसके बाद बवासीर की समस्या होती है। बवासीर से आराम पाने के लिए, सेहुंड के दूध में 10 ग्राम हल्दी मिलाकर मस्सों पर लगाएं। सरसों के तेल में हल्दी चूर्ण को मिलाकर मस्सों पर लगाने से भी बवासीर में आराम मिलता है।
बालों का झड़ना करे कम हल्दी के फायदे:
बालों के झड़ने को रोकने में हल्दी बहुत उपयोगी है। बालों के झड़ने का कारण पाचन का खराब होना होता है, जिसकी वजह से बालों की जड़ों तक उचित मात्रा में पोषण नहीं पहुंच पाता, जिससे बाल झड़ने लगते हैं। इसके अलावा, कफ दोष की वृद्धि के कारण भी बालों का झड़ना होता है। हल्दी में उष्ण और कफ का शमन करने का गुण होने के कारण यह आपके पाचन को स्वस्थ कर बालों के झड़ने से रोकती है।
सूखी खांसी में फायदेमंद हल्दी:
हल्दी में कफ को संतुलित करने का गुण होता है जिसके कारण यह हर प्रकार की खांसी में लाभदायक होती है। चाहे सूखी हो या बलगम वाली, हल्दी सूखी खांसी को कम करने में मदद करती है।
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चर्म रोग में हल्दी के फायदे:
खुजली और दाद के अलावा चर्म रोग में भी हल्दी का प्रयोग फायदेमंद होता है। इसके लिए 2-5 ग्राम हल्दी चूर्ण को गोमूत्र में मिलाकर दिन में दो-तीन बार सेवन करें। हल्दी और मक्खन को मिलाकर चर्म रोग वाली जगह पर लगाने से फायदा होता है।
डायबिटीज में हल्दी के फायदे:
डायबिटीज के मरीजों के लिए हल्दी बहुत फायदेमंद है। 2 से 5 ग्राम हल्दी चूर्ण में आंवला रस और शहद मिलाकर सुबह और शाम को खाना, डायबिटीज के मरीजों के लिए लाभदायक होता है। इसके अलावा, हल्दी, दारुहल्दी, तगर और वायविडंग का क्वाथ बनाकर उसकी 20-40 ml की मात्रा में 5-10 ग्राम शहद मिलाकर सुबह-शाम सेवन करने से भी डायबिटीज में लाभ होता है।
घाव को ठीक करने में हल्दी के फायदे:
हल्दी में रोपण और शोथहर गुण होने के कारण, यह हर प्रकार के घाव को भरने और उनकी सूजन को कम करने में सहायक होती है।
स्तन संबंधी रोगों से आराम:
स्तन से जुड़ी समस्याओं में भी हल्दी का उपयोग करना फायदेमंद होता है। हल्दी और लोध्र को पानी में घिसकर स्तनों पर लेप करने से स्तन संबंधी रोगों में लाभ होता है।
मुँह के छालों के लिए लाभकारी हल्दी:
मुँह के छालों का होना पाचन क्रिया के खराब होने के कारण होता है। हल्दी में उष्ण गुण होने के कारण, यह पाचकाग्नि को सुधारकर पाचन तंत्र को मजबूत बनाती है, जिससे मुँह के छालों में आराम मिलता है और इसमें रोपण (हीलिंग) का भी गुण होता है जो की मुँह के छालों को जल्द भरने में सहायक होती है।
सिर की फुंसियों से आराम दिलाती है हल्दी:
गर्मी में सिर में फुंसियां निकलना एक आम समस्या है। फुंसियों के कारण सिर मे खुजली और जलन होती है। इस समस्या से आराम पाने के लिए हल्दी और दारूहरिद्रा, भूनिम्ब, त्रिफला, नीम और चन्दन को पीसकर सिर पर मालिश करें।
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सूजन से आराम दिलाती है हल्दी:
जब शरीर के किसी हिस्से में सूजन हो, तो हल्दी के उपयोग से आप सूजन कम कर सकते हैं। इसके लिए हल्दी, पिप्पली, पाठा, छोटी कटेरी, चित्रकमूल, सोंठ, पिप्पली, जीरा, और मोथा को एक मात्रा में मिलाकर चूर्ण बनाएं। इसे कपड़े में छान के अलग रखें। इस चूर्ण को 2-2 ग्राम की मात्रा में गुनगुने पानी के साथ मिलाकर पिने से सूजन में राहत मिलती है।
पेट दर्द से आराम:
पेट दर्द होने पर हल्दी का सेवन करने से दर्द से आराम मिलता है। 10 ग्राम हल्दी को 250 ml पानी में उबाल लें। पेट दर्द होने पर इसमें गुड़ मिलाकर थोड़ा-थोड़ा पिएं।
जुकाम में हल्दी के फायदे:
हल्दी की गरमी के कारण जुकाम में इसका सेवन फायदेमंद होता है। हल्दी के धुंए को रात के समय सूंघने से जुकाम जल्दी ठीक होता है। हल्दी के धुंए सूंघने के कुछ देर बाद तक पानी नहीं पीना चाहिए।
खांसी से आराम:
हल्दी को भूनकर चूर्ण बना लें। 1-2 ग्राम हल्दी चूर्ण को शहद या घी के साथ मिलाकर खाने से खांसी में आराम मिलता है।
कान बहने की समस्या से आराम:
कान से गाढ़ा तरल निकलना एक समस्या है जिसे आम भाषा में लोग कान बहना कहते हैं। इससे आराम पाने के लिए हल्दी को पानी में उबालकर, छान लें और उसे कान में डालें।
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हल्दी से जुड़े आम सवालों के जवाब:
1. सर्दी-जुकाम से जल्दी आराम पाने के लिए हल्दी का इस्तेमाल कैसे करें?
सर्दी-जुकाम से राहत पाने के लिए रात में सोते समय हल्दी दूध का सेवन करें।
2. क्या हल्दी के सेवन से इम्यूनिटी बढ़ती है?
हाँ, हल्दी का सेवन इम्यूनिटी को बढ़ाने में मदद करता है। इसके विशेषज्ञों द्वारा अनुसार, हल्दी के सेवन से सर्दियों में और मौसम में बदलाव के दौरान रोगों का होने का खतरा कम होता है।
3. क्या सर्दियों में हल्दी का सेवन करना चाहिए?
आयुर्वेदिक चिकित्सकों का मानना है कि हल्दी के सेवन से सर्दियों के रोगों को ठीक किया जा सकता है।
4. क्या अस्थमा के मरीजों के लिए हल्दी का सेवन फायदेमंद होता है?
हाँ, हल्दी के सेवन से अस्थमा में जमे कफ को दूर किया जा सकता है, जिससे अस्थमा के लक्षणों में कमी होती है।
5. क्या हल्दी दूध पीना सेहत के लिए फायदेमंद है?
हल्दी दूध बनाना आसान होता है और इसके फायदे अधिक होते हैं। इसका सेवन सर्दी-जुकाम से लाभकारी होता है और शरीर में दर्द होने पर भी सहायक होता है।
ये सभी सवाल बहुत ही महत्वपूर्ण हैं और हल्दी के फायदे को समझने में मदद करते हैं। ध्यान देने वाली बात है कि हमें हल्दी का सेवन सीमित मात्रा में ही करना चाहिए, क्योंकि अधिक मात्रा में हल्दी का सेवन नुकसानकारी हो सकता है।