"लाल मिर्च घरेलू खाने पकाने में आमतौर पर प्रयोग की जाती है। इसे खाने के स्वाद को बढ़ाने के लिए जाना जाता है। लाल मिर्च की केवल एक ही बात है कि वो तीखी होती हैं। लेकिन क्या आप इसकी स्वाद, ताजगी, और उपयोगी गुणों के बारे में जानते हैं? ये आपके ह्रदय को स्वस्थ रखने में मदद करती हैं और पाचन तंत्र को स्मूद रखने में भी सहायक होती हैं। अगर आप वजन कम करना चाहते हैं, तो लाल मिर्च आपके लिए फायदेमंद हो सकती हैं।
लाल मिर्च वास्तव में हरी मिर्च का सूखा रूप होती है, जो पकने के बाद अपने पोषक तत्वों में परिवर्तन करती है। ये भारतीय रसोई में महत्वपूर्ण होती हैं, खाने के स्वाद, महक, और गंध को बढ़ाने के लिए। लेकिन लाल मिर्च को लेकर शरीर के लिए नुकसान के भ्रांतियां रहती हैं, जो विशेषज्ञों द्वारा सलाह दी जाती है।
लाल मिर्च को शरीर के लिए क्या विशेष बनाता है? चलिए, हम कुछ इसके विशेष लाभों के बारे में जानते हैं:
डॉ. बिश्वजीत चौधरी, 'VEGETABLES' की पुस्तक के लेखक और भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान के वरिष्ठ वैज्ञानिक के अनुसार, लाल मिर्च कैल्शियम, मैग्नेशियम, ऑक्सेलिक एसिड, फॉस्फोरस, आयरन, सोडियम, कॉपर, सल्फर के अलावा, विटामिन ए और सी में पर्याप्त मात्रा में पायी जाती है। आयुर्वेद भी इसे महत्त्वपूर्ण मानता है।
न्यूट्रिशन कंसल्टेंट नीलांजना सिंह के अनुसार, लाल मिर्च हार्ट के लिए भी अच्छी मानी जाती है, क्योंकि इसमें मौजूद कैप्सैसिन ब्लड में गठियों को बनने से रोकता है, ब्लड कोलेस्ट्रॉल को कम करता है और ब्लड प्रेशर को नॉर्मल बनाए रखता है।
अनुसंधान के अनुसार, लाल मिर्च में मौजूद एंटीऑक्सिडेंट और अन्य तत्व पेट की खराबी, गैस, दस्त, और अन्य पाचन संबंधित समस्याओं को कम करने में सहायक हो सकते हैं। इसमें मौजूद एंटी इर्रिटेट गुण पेट की जलन और अल्सर को भी कम कर सकते हैं। लेकिन अधिक मात्रा में लाल मिर्च का सेवन न करें, क्योंकि यह समस्याएं बढ़ा सकता है।
वजन घटाने के लिए लाल मिर्च कारगर हो सकती है। इसमें मोटापारोधी गुण होते हैं, जो वजन या मोटापे को कम करने में मदद कर सकते हैं। लाल मिर्च में कैप्साइसिन नामक एक तत्व होता है जो मेटाबॉलिज्म को बढ़ा सकता है और फैट को कम करने में मदद कर सकता है।
अध्ययन ने दिखाया है कि लाल मिर्ची का उपयोग ऑस्टियोआर्थराइटिस (जोड़ों का दर्द) में राहत प्रदान कर सकता है। इसमें मौजूद सारा खेल कैप्साइसिन (Capsaicin) नामक एक तत्व होता है जो जोड़ों के दर्द को कम करने में मदद कर सकता है। यह तत्व दर्दनिवारक प्रभाव भी प्रदान कर सकता है और शरीर को डिटॉक्सीफाई करने में मदद कर सकता है।
लाल मिर्च का इतिहास और सफर: मिर्च भारतीय फसल नहीं होने के बावजूद, भारतीय धर्म और आयुर्वेद ग्रंथों में रसों का विस्तार से वर्णन किया गया है। भारत में मिर्च लगभग 700 साल पहले आयी थी। दुनिया भर में मिर्च का उत्पादन होता है, और इसमें से 25% भारत की मानी जाती है। लाल मिर्च का इस्तेमाल भारत के अलावा अन्य देशों में भी होता है जैसे कि अमेरिका, जर्मनी, कनाडा, ब्रिटेन, और सऊदी अरब।