प्रेग्नन्सी में कई महिलाओ को उलटी, गैस,और एसिडिटी की समस्या होती है। इसकी वजह से हॉर्मोन में बदलाव आता है। और ईसिस वजह से खाना खाने के बाद वापस आना, एसिडिटी,गैस जैसी समस्या होती है।
१. उलटी होना
प्रेग्नन्सी में कही महिलाओ को इ समस्या होती है।
उलटी कब होती है : गर्भावस्था के पहले से लेकर तीसरे मास तक होती है
इलाज क्या है : पुरे दिन कुछ न कुछ खाये, भूखे पेट न रहे। तीखा या मिर्च वाला न खाये। और डॉक्टर की सलाह से ही दवा ले। और आप उन चीज से दूर रहे जिनसे आपको गंध आती हो। डॉक्टर की सलाह तब ही ले जब आपको बार बार लगातार उलटी होय या फिर वजन २.५ किलो कम हुआ हो या फिर चक्केर और कमजोरी लग रही हो। उलटी के साथ खून आ रहा हो।
२. एसिडिटी होना
महिलाओ को गर्भावस्था के दौरान ए समस्या काफी दिक्कत करती है लम्बी समय तक रहने से पोषक तत्व कम होता है और इसका सीधा असर बच्चे को पड़ता है।
कब होती है : प्रेग्नन्सी के ६ या ७ महीने ये समस्या अधिक होती है।
इलाज क्या है : एसिडिटी से बचने के लिए मैच मसाला से दूर रहे च और कॉफी का सेवन कम करे। खाना खाने के बाद तुरंत पानी न पिए। और सोते समय तकिये को सर के निचे रखके सर वाला भाग थोड़ा उचा रख के सोये। और डॉक्टर से सलाह ले।
३. पेप्टिक अल्सर
१०० में से २ या ३ लोग को इसकी समस्या होती है। जब हमें ये समस्या होती है तो भूख कम लगती है उलटी होती है और हमें इसे नजर अंदाज कर देते है। लेकिन ये गंभीर हो सकती है।
कब होती है : इसका कोई समय नहीं है। ये गर्भावस्था के दौरान किसी भी टाइम पर हो सकता है।
इलाज क्या है : खाने पोस्टिक आहार ले। हरी सब्जिया और ताजे फ्रूट का सेवन करे जिसे हमें इन समस्या में रहत मिलती है।